Indian Railway Free WiFi: भारतीय रेल इतना इंटरनेट कहां से लाती है?

Indian Railway Free WiFi: भारतीय रेल इतना इंटरनेट कहां से लाती है?

Indian Railways Free WiFi Internet by RailTel at Railway Stations


आज के डिजिटल इंडिया के दौर में इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे ऑनलाइन टिकट बुक करना हो, सोशल मीडिया चलाना हो या फिर ऑनलाइन पढ़ाई करनी हो या फिर मनोरंजन करना हो – हर काम इंटरनेट पर ही निर्भर है और बिना इंटरनेट के ये सब काम होना पॉसिबल ही नहीं है। ऐसे में अगर आप भारतीय रेलवे से सफर करते हैं, तो अपने अपने जीवन में कभी न कभी Indian Railway के free wifi को तो use किया ही होगा। पर क्या आप जानते है कि Indian Railway के लिये ये सब कैसे पॉसिबल है। जब आप किसी रेलवे स्टेशन पर खड़े होते हैं तो आपके मोबाइल में एक WiFi Connect करने का नेटवर्क दिखता है जो free भी होता है आपको – शायद लिखा होता होगा "RailWire Free WiFi". या फिर Indian Railway Free Wifi. आपने कभी न कभी रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध RailWire Free WiFi का इस्तेमाल भी ज़रूर किया होगा।

पर क्या आपने कभी सोचा है कि Indian Railway इतना तेज़ और मुफ्त इंटरनेट कहां से लाता है यात्रियों के लिए और यात्रियों को कैसे देता है?
हर दिन लाखों लोग रेलवे स्टेशनों पर सफर करते हैं और वहां पर WiFi नेटवर्क इस्तेमाल करते हैं। इतने बड़े स्तर पर इतने बड़े जनसंख्या को इतना इंटरनेट उपलब्ध कराना कोई आसान काम नहीं है। Railway Station Wifi का अपने भी कभी न कभी दिन इस्तेमाल किया भी होगा औरपके मन में भीये सवाल जरूर आता होगा कि
Indian Railways इतना इंटरनेट कहां से लाती है और कैसे मुफ्त में देती है?
तो आइए आज जानते हैं इस पूरे सिस्टम का सच आसान भाषा में आज।

1. RailTel की जिम्मेदारी

Indian Railways Internet Source का जो सर्विस है उसको RailTel नामक कंपनी मैनेज करती है पूरे देश में ऑल इंडिया। यह रेलवे की ही PSU कंपनी है जो लगभग पूरे देश में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क का कनेक्शन बिछा चुकी है लगभग हर एक Railway Station पर। और इन्हीं के हेल्प से हमे इंटरनेट मिलता है। PSU के बारे में हम आपको और डिटेल में समझाते है।

  • PSU Company क्या होता हैं 

PSU Company का जो full form होता है वो है (Public Sector Undertaking Company) इसका मतलब होता है कि
ऐसी कंपनी जो सरकार की हो, यानी उसमें ज़्यादातर हिस्सेदारी (51% या उससे ज्यादा शेयर) भारत सरकार या राज्य सरकार की हो बाकी का बचा शेयर प्राइवेट कंपनियों का हो।

मतलब सीधा ये है कि PSU एक सरकारी कंपनी होती है लेकिन उसका काम प्राइवेट कंपनी की तरह बिज़नेस करना होता है। RailTel भी भारतीय रेलवे की ही एक PSU कंपनी है और यही RailWire Free WiFi सर्विस को मैनेज करती है। इसके और भी उदाहरण है जैसे SBI, BHEL जो इलेक्ट्रॉनिक चीजों को हैंडल करती है, ऐसे बहुत सारे सर्विस है जो PSU के अंदर आते है।

2. ऑप्टिकल फाइबर का जाल

Indian Railways के पास दुनिया के सबसे बड़े ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क में से एक है। और यही नेटवर्क स्टेशन और ट्रेनों को एक दूसरे को इंटरनेट से जोड़े रखता।
यही फाइबर स्टेशन के लोकल सर्वर और राउटर्स से जुड़ता है।और इसी के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट यात्रियों तक पहुंचाया जाता है।
ऑप्टिकल फाइबर की खासियत यह है कि यह बहुत तेज़ और स्टेबल इंटरनेट कनेक्शन देता है। जिससे यात्रियों को बिना असुविधा हुए लाभ मिलता है।
RailTel ने पूरे भारत में Almost 60,000 किलोमीटर से भी ज़्यादा के ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के जाल को बिछा रखा है, जो रेलवे ट्रैक्स के साथ-साथ फैला हुआ है। इसी नेटवर्क की मदद से हम आप और रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को एक दूसरे से इंटरनेट से जोड़ कर रखा जाता है।

3. Google और अन्य पार्टनरशिप

इसके साथ ही यात्रियों के बढ़ती भीड़ को देखते हुए 2016 में RailTel ने Google के साथ मिलकर रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त WiFi सेवा देने की योजना शुरू की थी। इस प्रोजेक्ट का नाम था Google Station Project।

शुरुआती समय में यह दुनिया का सबसे बड़ा पब्लिक WiFi प्रोजेक्ट भी बना हुआ था।

पर बाद में Google ने इस योजना से बाहर निकलने का फैसला कर लिया और पूरा मैनेजमेंट RailTel ने संभाल लिया।
आज यह सर्विस पूरी तरह भारतीय रेल की अपनी ही है, लेकिन ये भी बात सत्य है कि Google की मदद से ही इसकी शुरुआत हुई थी।

4. स्टेशन पर लोकल नेटवर्क

हर बड़े स्टेशन पर लोकल WiFi सर्वर और राउटर लगे होते हैं। ये सब ऑप्टिकल फाइबर से इंटरनेट खींचकर यात्रियों को WiFi के रूप में प्रदान कर देते हैं। हर बड़े स्टेशन पर RailTel ने अपना खुद का लोकल WiFi सर्वर, एंटेना और राउटर लगाए हुए हैं। अगर अपने railway stations पर ध्यान से देखा होगा तो आपको मालूम चलेगा।

जैसे ही कोई यात्री अपने मोबाइल से “RailWire” नेटवर्क से जुड़ता है, उसका रिक्वेस्ट लोकल सर्वर में जाता है और वहां से होकर ऑप्टिकल फाइबर तक पहुंचता है। और फिर वहां से इंटरनेट की हाई-स्पीड डेटा पाइपलाइन यात्रियों तक पहुंचाई जाती है।

5. Data Sponsorship Model

RailTel कई बार टेलीकॉम कंपनियों और डेटा प्रदाताओं से साझेदारी यानी मिलकर काम करता है। जिससे उनको आर्थिक सहायता मिल सके। यह मॉडल इस तरह से काम करता है कि टेलीकॉम कंपनियों को अपना डेटा यूसेज बढ़ाने का फायदा मिलता है और ज्यादा से ज्यादा बेहतर कनेक्टिविटी मिलता है। वहीं यात्रियों को मुफ्त इंटरनेट मिल जाता है।
कई बार RailTel खुद भी अपने नेटवर्क के जरिए लोगों के लिए डेटा उपलब्ध कराता है।

6. रेलवे की कमाई का साधन

Indian Railway आपको मुफ्त में WiFi तो दे देता है, लेकिन इसके पीछे एक कमाई  का साधन भी है। 
आप जैसे बहुत लोग सोचते होंगे कि रेलवे मुफ्त WiFi क्यों देता है हम सबको जबकि इसमें बहुत ज्यादा खर्च आता है।
असल में इसके पीछे एक स्मार्ट Revenue Model है –

  1. RailTel WiFi नेटवर्क पर कंपनी के विज्ञापन (Ads) दिखाता है। इसके आधार पर डेटा एनालिटिक्स और यूजर बिहेवियर को प्रोसेस किया जाता है। और लोगो को उनके प्रोडक्ट तक पहुंचाया जाता है।
  2. इसके अलावा बड़े बड़े टेलीकॉम कंपनियों जैसे Jio, Airtel, VI के साथ साझेदारी से भी कमाई करता  है।
  3. यानी यात्रियों को मुफ्त सुविधा मिलती है, और रेलवे को अलग-अलग तरीकों से कमाई होता रहता है। जिससे उनके ऊपर डाटा के Wifi का कोई लोड नहीं होता।

8. यात्रियों को सुविधा

सबसे बड़ा फायदा यात्रियों को है। भारतीय रेलवे का Free WiFi यात्रियों के लिए बहुत बड़ी सुविधा है। बल्कि ट्रेन लेट होने पर यह मनोरंजन की दृष्टि से एक उपहार है
  • लंबा इंतज़ार करते समय यात्री अपना ऑनलाइन बचा खुचा काम कर सकते हैं।
  • पढ़ाई करने वाले जो छात्र है स्टडी मैटेरियल नोट्स या pdf डाउनलोड कर सकते हैं।
  • यात्री OTT प्लेटफॉर्म्स पर अपनी मन पसन्द मूवी और सीरीज़ देख सकते हैं मनोरंजन कर सकते है।
  • छोटे दुकानदार और व्यापारी ऑनलाइन पेमेंट और अपना बिज़नेस कर सकते हैं बिना किसी रुकावट के।

Conclusion:

Indian Railways का मुफ्त WiFi कोई जादू नहीं है। बल्कि इसके पीछे RailTel का विशाल नेटवर्क और बुनियादी ढांचा है। Google जैसी बड़ी  व स्मार्ट कंपनियों की मदद से और रेलवे का स्मार्ट मैनेजमेंट की वजह  से इसका संपूर्ण भारत में विस्तार हो पाया। यही कारण है कि आज भारत का रेलवे नेटवर्क दुनिया की सबसे बड़ी मुफ्त इंटरनेट सेवाओं में से एक है।
RailTel के विशाल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, Google और अन्य टेलीकॉम जैसी कंपनियों की शुरुआती मदद, और स्मार्ट बिज़नेस मॉडल का यह नतीजा है जो यात्रियों को यह मुफ्त सुविधा मिलती है, और रेलवे इसके जरिए डिजिटल इंडिया के विज़न को आगे बढ़ा रहा है।


Neeraj Tiwari

Hey 👋 Neeraj Tiwari is professional writers author and blogger. He writes for social awakening.

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