Top Futuristic Technologies to Transform Human Life by 2050

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भविष्य की तकनीक क्या हो सकती है:

आज पूरे दुनिया में जिस तरह से तकनीक के क्षेत्र में नए नए विकास हो रहा है, वह मानव भविष्य के लिए एक नए प्रकार की संभावनाओं का द्वार खोल रहा है। चाहे वह परिवहन हो, डेटा ही, क्वांटम कंप्यूटिंग हो इन सब से लेकर नैनो टेक्नोलॉजी वर्चुअल रियलिटी तक, विभिन्न क्षेत्रों में Innovation (अनुसंधान ) पर जो अरबों डॉलर का बड़े बड़े सरकारों द्वारा व बड़े बड़े उद्योगपतियों के द्वारा निवेश किया जा रहा है ऐसे में तो हमें यही लगता है कि हम बहुत जल्द कुछ नए टेक्नोलॉजी का प्रयोग होता हुआ जरूर देखेंगे अपने जीवन में। ऐसे में, आज की दृष्टि से आने वाले समय में तकनीकी दृष्टि से हमारा और आपका भविष्य बेहद समृद्ध होने वाला है ये बात आप लिख कर के लीजिए। बस कुछ वर्षों का और इंतज़ार उसके बाद, हमें ऐसी कई सारी नई तकनीकें देखने को मिलेंगी जिसे हमने आज तक बस Sci – Fie फिल्मों में देखा या सुना हुआ था। ये सब तकनीक हमारे भविष्य व हमारी जीवन शैली को बदलने का काम करेंगी। इसी कड़ी में, आज हम आपको भविष्य की उन सभी आने वाले तकनीकों के बारे में बात करेंगे, जिनका हमारे आने वाले जीवन पर व्यापक रूप से यानि बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से-

जाने माने भविष्यवादी आने वाले भविष्य और उससे संबंधित विषयों में औपचारिक रूप से हमेशा अध्ययन करते रहते है, हालाँकि हममें से अधिकांश लोगों की जो शैक्षणिक जो पृष्ठभूमि होती है वह वहां तक तो होती नहीं है। पर इन सब को जानने व समझने के लिए हम कई पेशेवर संघों व संस्थानों का भी हिस्सा बन सकते हैं जो हमें अपने स्किल्स को अपने हुनर को सुधारने और उनमें विकसित करने के लिए प्रेरित करता रहेगा। और साथ ही साथ व्यवसाय के सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ नेटवर्क बनाने में भी मदद करता रहेगा। तो चलिए आगे बढ़ते है।

ज़ाहिर है, अच्छे भविष्यवादियो की पहचान करना काफी आसान है - आपको बस उनकी भविष्यवाणियों के ट्रैक रिकॉर्ड का अच्छे से मूल्यांकन यानि अच्छे से समझने की आवश्यकता है बस। और आप यह भी देख सकते हैं कि वे अपने और हमारे भविष्य के परिदृश्यों में क्या क्या नया विवरण डालते रहते हैं।

बिजनेस इनसाइडर एक बहु प्रतिष्ठित न्यूज मीडिया ब्रॉडकास्टिंग प्लेटफॉर्म है। उन्होंने हाल ही में फ्यूचरिज़ोन नामक कंपनी के संस्थापक, यानि भविष्यवादी इयान पियर्सन का साक्षात्कार इंटरव्यू लिया था, जिसमें उन्होंने उस इंटरव्यू में आने वाले आगे के समय के बारे व भविष्य में होने वाली नई तकनीकों के बारे में बात की थी। उन्होंने 2050 तक आने वाली अभूतपूर्व तकनीकों और हमारे जीवन पर उनके संभावित होने वाले प्रभाव के बारे बात चित की थी। उन्होंने आने वाली भविष्य की टेक्नोलॉजी पर अपनी भविष्यवाणियों पर काफी देर तक चर्चा किया था। इयान, जो 10-15 साल की समय-सीमा के भीतर अपनी सटीक तकनीकी भविष्यवाणियों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने मीडिया के साथ कुछ दिलचस्प जानकारियाँ साझा की थी उनके इस इंटरव्यू में जो मुझे विशेष रूप से बहुत ज्यादा आकर्षक लगती हैं।


उन्होंने जो सुझाव दिए हैं, वे इस प्रकार हैं:

  1. हो सकता है कि अगले दो सालों में डिलीवरी ड्रोन अंततः डिलीवरी करना शुरू कर दें।
  2. आने वाले कुछ ही सालों में हाइपरलूप हमें केवल कुछ सालों में एक शहर से दूसरे शहर के बीच ले जा सकता है।
  3. मशीनें 2050 तक संभवतः इंसानों की तरह हुबहू सोचना शुरू कर सकती हैं। और उनके जैसे एक्शन भी ले सकती है
  4. लोगों को मंगल ग्रह पर भेजने के लिए डिज़ाइन किए गए अंतरिक्ष मिशन 2030 के दशक में शुरू हो सकते हैं। जो कि पॉसिबल भी है क्योंकि उद्योगपति एलन मस्क ने जिस तरह से इस प्रयोग में काफी तेजी दिखा रहे है हो सकता है कि जल्द ही इंसान मार्स पर पहुंच जाएगा।
  5. अगले 10 सालों में, कृत्रिम अंग इतने बड़े पैमाने पर उन्नत या विकसित किए जा सकते है जिससे कि वे लोगों को नए नए अंग प्रदान कर सकते है।
  6. अगले 10 सालों में कपड़े लोगों को अलौकिक कौशल दे सकते हैं। और इनमें आने वाले समय में बहुत तेजी के साथ सुधार हो सकता है। यह देखने में दिलचस्प होगा।
  7. अगले दशक में, हो सकता है कि आभासी वास्तविकता वाले पारंपरिक पाठ्य पुस्तकों की जगह ले लिया जाए है। या तो फिर पूरी तरह से इनका वजूद कम किया जाए।
  8. 2025 तक स्मार्टफ़ोन अप्रचलित हो जाएँगे।
  9. अगले 10 सालों में स्वचालित वाहन सर्वव्यापी हो सकते हैं। और बड़े पैमाने पर सामान्य लोगों के द्वारा use भी किया जाने लगे।
  10. 3D-प्रिंटिंग का इस्तेमाल 20 सालों में और ज़्यादा होने लगेगा। और इसका सबसे ज्यादा घर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  11. 2030 तक लोग अपने घर के काम करने और सहायता प्रदान करने के लिए छोटी मोटी चीजों में रोबोट का इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं।
  12. हम 2045 तक मैट्रिक्स जैसी आभासी दुनिया में जी व रह सकते हैं जो एक कल्पना मात्रा है अभी के लिए।
  13. 2045 तक लोग साइबॉर्ग भी बन सकते हैं।
  14. 2040 तक लोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके अपने घरों को पूरी तरह से नियंत्रित भी कर सकते हैं।
  15. अगले 25 सालों में बहुत ऊँची इमारतें छोटे शहरों की तरह काम कर सकती हैं।
  16. हम 2050 तक पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा पर निर्भर हो सकते हैं जैसे बड़ी मात्रा में सौर ऊर्जा और हो सकता है कि पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी पर पूरा संसार निर्भरता हो सकती है।
  17. 2050 में अंतरिक्ष पर्यटन संभव हो सकता है, लेकिन शायद केवल बहुत अमीर लोगों के लिए। हाल फिलहाल में अमेजन ग्लोशेसरी की संस्थापक बेज जोसेफ ने इसकी शुरुवात भी कर दी है।

कई लोगों को इस तरह की जो हमने सूची बताई है किसी किसी पाठक को भविष्य विज्ञान कथा की इच्छा सूची जैसी लगती है। लेकिन हमारा मानना है कि यह हमारे निकट भविष्य के लिए एक विश्वसनीय दृष्टिकोण है जो हम उम्मीद कर सकते है कि आने वाले समय में संभव हो जाएगा। और यह सब बाते हमारी टीम के शोध के प्रमुख निष्कर्षों में से एक को दर्शाता है: कि हम इतिहास के ऐसे दौर में जी रहे हैं जो गहरे परिवर्तनों से पूरी तरह परिचित है।

ऊपर दी गई सूची कुछ ऐसी तकनीकों के बारे में हमें और आपको जानकारी देती है जो हमारी दुनिया में एक नए टेक्नोलॉजी की क्रांति लाएँगी एक न एक दिन। और इस के तीन प्रमुख क्षेत्र हैं:


मानव का अगला विकास और रोबोटिक्स के साथ मिल जुल कर काम करना- यहां यह तर्क दिया जा सकता है कि हम पहले से ही अपनी तकनीकी रूप से साइबॉर्ग (आंशिक रूप से मशीन/आंशिक रूप से मानव) हैं क्योंकि हम अपने मोबाइल फ़ोन (जो तकनीकी रूप से सुपर कंप्यूटिंग डिवाइस हैं अगर ध्यान से देखो तो) जिसको हम केवल बस एक हाथ की लंबाई से भी की कम दूरी पर रखते हैं। हम हर समय इन्हें अपने प्रयोग में लाते रहते है। हो सकता है हम इनमें बहुत जल्द नए क्रांति ला दे, और शायद जल्द ही किया जाएगा। जैसे-जैसे रोबोटिक्स विकसित होगा, हम उन्हें अपने जीवन में एकीकृत करेंगे और फिर उन्हें प्रत्यारोपित भी करेंगे। हम इंटरनेट ऑफ थिंग्स का इस्तेमाल करके अपने जीवन में डिजिटल उपकरणों से खुद को ज़्यादा से ज़्यादा जोड़ने के लिए करेंगे यू के साथ एडजेस्ट करेंगे, जिससे हमारे घर, कार, दफ़्तर, शहर और वातावरण और भी स्मार्ट बनेंगे और हमारी जीवन के स्तर में एक अलग प्रकार का सुधार आयेगा।

हमारे यात्रा करने के तरीके में बदलाव - नए जमाने के ड्रोन से लेकर नए जमाने के यात्रा हाइपरलूप ट्रेनों तक, चालक रहित कारों से लेकर अंतरग्रहीय स्पेस स्टेशन यात्रा तक, आने वाले समय में यात्रा का जो भविष्य है उनमें क्रांतिकारी तरीके से बदलाव होने वाला है। लेकिन शायद ज़्यादातर लोगों की सोच से भी बहुत बड़े पैमाने पर ज़्यादा। हो सकता है हाइपर लूप ट्रेन के आने से पूरी दुनिया में आने जाने की सुविधा और उनकी फीस में कमी आ जाए। इसके साथ चालक रहित कारें बहुत जल्द कानूनी रूप से अनिवार्य हो जाएगी सभी देशों के लिए, क्योंकि जैसे ही सिस्टम की हर कार हर दूसरी कार से बात कर पाएगी तो हमें बड़े मात्रा में नाटकीय रूप से कम से कम एक्सीडेंट का खतरा मिलेगा, इसके अलावा हमें सड़क सुरक्षा और उनमें जो स्किल्स होंगे उनमें नाटकीय रूप से बहुत ज्यादा दक्षता होगा। चालक रहित कारें हमें तेज़ी से शेयरिंग कारों की ओर भी ले जाएगी जैसे कंप्यूटर ने हमें एक दूसरे से जोड़ दिया है।

इसलिए अगले दशक में हमारी यात्रा दुनिया के सबसे बड़े बदलावों में से एक होने वाली होगी। और हम जानते हैं – निश्चित रूप से – कि ऐसा होगा ही होगा हो सकता है बहुत जल्द आपको उड़ती हुई कारों का जमावड़ा देखने को मिल जाए अगले दशक तक।

ऊर्जा उत्पादन और उनके भंडारण में क्रांति आना – हमने हाल ही में इस मुद्दे पर एक आलेख खुद लिखा था मीडियम पर और कुछ वर्षों से वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों (जैसे ITER, परमाणु संलयन, सौर और शेल गैस) के विकास पर नज़र भी मै रख रहा हु। और इसी क्षेत्र में मैने पाया है कि अरबपति बिल गेट्स का जो ब्रेकथ्रू एनर्जी कोएलिशन है वो इस क्षेत्र में एक नया चमत्कारी ऊर्जा का समाधान" इसके कार्यान्वयन में तेज़ी लाना बस जरूरी है, जिससे अगले कुछ वर्षों में ऊर्जा की कीमतों में भारी मात्रा में गिरावट आ सकती है। और यह एक ऐसा लाभ है जो बाकी सभी चीज़ों को यानि सभी सेक्टरों को प्रभावित करेगा, खासकर अपने इस धरती ग्रह पर सबसे गरीब लोगों के लिए जिनके लिए संसाधनों का उपयोग करना आसान हो जाएगा।

इसके अलावा क्वांटम कंप्यूटिंग, स्पेस पर्यटन और AI जैसी भविष्य की तकनीकों के उपयोग से 2050 तक मानव जीवन के रूप रेखा को बदल के रख देंगी।

इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स लिविंग फॉर बेस्ट लाइफ:

इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स उस तकनीक का विकास है जिसमें नेटवर्किंग के माध्यम से कई गैजेट यानि अलग अलग प्रकार के गैजेट को एक साथ एक दूसरे से जुड़ेंगे आपस में। इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स को short language में IOT भी कहा जाता है। इसमें सभी गैजेट आपस में जुड़कर डेटा का आदान-प्रदान करते हैं, जिससे सभी उपकरणों के बीच एकीकरण स्थापित होता है।

IoT के आगमन के बाद, मानव जीवन बहुत आसान हो जाएगा। इसके आने के बाद, आप एक डिवाइस को इंटरनेट से जोड़कर दूसरे डिवाइस से काम कर सकेंगे। तकनीक का यह विकास भविष्य में स्मार्ट होम की ओर ले जाएगा, जिसमें सभी उपकरण एक-दूसरे से जुड़े होंगे। मान लीजिए आप टीवी बंद किए बिना और दरवाज़ा बंद किए बिना अपने घर से बाहर जाते हैं तो ऐसी स्थिति में, स्मार्ट होम का संयुक्त रूप से कृत्रिम मस्तिष्क मौजूद होगा उनके अंदर, जिससे वो यह इस चीज़ को बहुत अच्छे से महसूस करते हुए, घर का दरवाज़ा और टीवी फ्रिज etc अपने आप स्वयं बंद कर देगा। और यह जानकारी आपके फ़ोन पर भी आएगी। यही सभी तकनीकी उपकरणों के बीच एकीकरण है यानि एक होकर स्वचालित रूप से काम करेंगे। यही इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स है।

क्वांटम कंप्यूटिंग:

क्वांटम कंप्यूटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें क्वांटम बिट्स पर डेटा प्रोसेसिंग की जाती है। जहाँ आज के पारंपरिक कंप्यूटर 0 और 1 या कहें चालू और बंद अवस्था के आधार पर डेटा प्रोसेस करते हैं, वहीं एक क्वांटम कंप्यूटर एक ही समय में दोनों संभावित अवस्थाओं में होता है।

जब कणों को क्वांटम अवस्था में देखा जाता है, तो वे कण रूप में होते हैं। जबकि जब उन्हें नहीं देखा जाता, तो वे स्वयं को तरंग रूप में बदल लेते हैं।यह पूरी तरह से प्रूव भी हो गया है लेकिन वास्तव में, वे दोनों एक ही समय में तरंग और कण दोनों रूप में होते हैं। जैसे ही हम उन्हें चुनते हैं, यह तरंग फलन टूट जाता है और अंततः हमें एक संभावित कण अवस्था प्राप्त होती है। क्वांटम कंप्यूटर क्वांटम भौतिकी के इसी व्यवहार का अनुकरण करता है। हमें अभी इसके बारे में बहुत कम ही जानकारी है अभी।

हाइपरलूप:

हाइपरलूप के आने के बाद परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति आएगी। आज दक्षिण एशिया और अफ्रीका के कई देशों में एक जगह से दूसरी जगह जाने में हमारा बहुत ज्यादा सारा समय बर्बाद होता है। और हाइपरलूप के आने के बाद, हज़ारों किलोमीटर का सफ़र कुछ ही घंटों में पूरा किया जा सकेगा। हाइपरलूप एक विशेष प्रकार की तकनीक है, जिसमें एक विशाल निर्वात के अंदर बंद कैप्सूल को चलाया जाता है। यात्री इस कैप्सूल के अंदर बैठते हैं। हाइपरलूप की अवधारणा सबसे पहले एलोन मस्क ने दुनिया के सामने पेश की थी।

इसके बारे में आप यहां पढ़ सकते है :

आइए हम भविष्य को लेकर कुछ अलग तरीके से सोचें जो हमारे अंदर जिज्ञासा पैदा करे :

मानव की जो कल्पनाशक्ति है वो बहुत समृद्ध है...ऐसी कई चीज़ें हैं जिनका हम अभी भी आविष्कार कर सकते हैं, पर वह बस कल्पना मात्र है।

1) एक टाइम मशीन बनाना, जो समय में पीछे जाकर ब्रह्मांड के निर्माण को देख सके, या भविष्य में जाकर ब्रह्मांड के पतन को देख सके। क्या ये संभव है शायद थेरोटकली रूप से पॉसिबल है पर प्रैक्टिकल रूप से असंभव लगता है।

2) एड्स के इलाज का आविष्कार करना जो आज के समय में बहुत ज्यादा जरूरी है आज भी AIDs एक लाइलाज बीमारी है, जो आज के विज्ञान के लिए एक चैलेंजिंग है।

3) अगर ये पॉसिबल हो जाए कि एक मृत और जीवित लोगों की जो मेमोरी है एक दूसरे में ट्रांसफर कर दिया जाए, ये शायद नामुमकिन है पर कल्पना तो हम कर ही सकते है, इसके लिए हमें दोनों की खोई हुई यादों तक पहुँचने के लिए एक मशीन का आविष्कार करना होगा।

4) आज भी करोड़ों लोग केवल अधिक मात्रा में शराब पीने की वजह से होती है तो क्या मानव को एक ऐसी शराब का आविष्कार करना चाहिए जो उन्हें नुकसान या लत न डाले बल्कि उन्हें फायदा ही पहुंचाएं, इसके अलावा एक ऐसी मनोविकारक दवा का आविष्कार करें जो लत या नुकसान न पहुँचाए।

5) क्या हो अगर हम भविष्य में, हम समानांतर ब्रह्मांडों तक पहुँचने में एक सक्षम एक मशीन विकसित कर ले या बना ले, जिससे अन्वेषण की संभावनाओं के नए नए द्वार खुलेंगे।

6) आज हमारे सामने एक बड़ी समस्या उत्पन हो रही जिसका सबसे बड़ा कारण हम मानव है, यह है विलुप्त प्रजातियां या जानवरों का बड़े पैमाने पर विलुप्त हो जाना। क्या हो अगर हम भविष्य में विलुप्त जानवरों, प्रजातियों या नष्ट हो चुके स्मारकों और इमारतों को फिर से बनाने के लिए एक मशीन का आविष्कार करे। जिससे वो वापिस आ सके

और भी बहुत कुछ है। हम उनके लिए खुद भगवान बन सकते हैं और उनके साथ स्नेह जैसा व्यवहार कर सकते हैं!!!

CRISPR (क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पैलिंड्रोमिक रिपीट्स)

यह थेरेपी उन अंधे व्यक्तियों की लिए है जिन्हें दृष्टि आंखे बहाल कर सकती है जिनमें अपने डीएनए में बदलाव करने के बाद रेटिना कोशिकाओं का नया उत्पादन करने की क्षमता नहीं होती है तो उन व्यक्तियों में यह क्षमता इस टेक्नोलॉजी के कारण पैदा हो सकती है जिनमें अभी के समय में लोगो के पास वो सामान्य रेटिना बनाने की क्षमता नहीं होती है। तो अभी के समय में ये टेक्नोलॉजी विकसित नहीं हुई है पर मुझे यकीन नहीं है कि लोग किसी दिन इस चीज को पाने के लिए CRISPR टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जरूर करेंगे लेकिन इसके लिए हमें इस अभी हाल की नई तकनीकों को आविष्कार करना होगा पर ये इतना पॉसिबल नहीं लगता है।


मैं आपके शरीर को बदलने के लाखों तरीके सोच सकता हूँ, जिसमें विशेष कैंसर कोशिकाओं के लिए कुछ एंटीबॉडी बनाना भी शामिल है ताकि शरीर केवल उन्हीं कैंसर कोशिकाओं पर हमला करे।



Neeraj Tiwari

Hey 👋 Neeraj Tiwari is professional writers author and blogger. He writes for social awakening.

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