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हाइपरलूप ट्रेन बुलेट ट्रेन से भी ज्यादा तेज़ गति से कैसे चलती है

हाइपरलूप ट्रेन क्या है?

हाइपरलूप ट्रेन एक आधुनिक परिवहन प्रणाली है, जिसे अत्यधिक गति और दक्षता के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह एक ट्यूब में यात्रा करती है, जिसमें कम दबाव होता है, जिससे इसे तेज़ी से चलने में मदद मिलती है।यह ट्रेन एक उच्च गति वाली गतिशील जनसंपर्क प्रणाली है जो कि एक विशेष मग्नेटिक लेविटेशन तंत्र (magnetic levitation system) और वैक्यूम उच्च गति में चलने की सुविधा के साथ इस्तेमाल होती है। इसका आविष्कार और प्रस्ताव इलॉन मस्क (Elon Musk) ने किया था।




हयपेरलूप ट्रेन बुलेट ट्रेन से भी ज्यादा तेज़ गति से कैसे चलती है

हाइपरलूप ट्रेन एक ट्यूब में चलने वाली जनसंपर्क प्रणाली है, जहां ट्रेन को एक वैक्यूम युक्त ट्यूब (vacuum tube) में रखा जाता है। यह वैक्यूम बनाने से उच्च वायु रोधीता (low air resistance) होती है और इससे गति में कमी आती है। इसके साथ ही, ट्रेन को एक तेजी से घुमने वाली रेल लाइन (loop) पर चलाया जाता है, जिसमें मैग्नेटिक लेविटेशन तंत्र (magnetic levitation system) इसकी सहायता करता है।

मैग्नेटिक लेविटेशन सिस्टम क्या होता है ?

मैग्नेटिक लेविटेशन सिस्टम एक तकनीक है जो वस्तुओं को चुंबकीय बल से हवा में उठाती है। इसमें चुंबक का उपयोग होता है जो बिना किसी भौतिक संपर्क के वस्तुओं को स्थिर बनाए रखता है। यह मुख्य रूप से हाई-स्पीड ट्रेनों में इस्तेमाल होता है, जिससे गति बढ़ती है और घर्षण कम होता है। 

इसमें इलेक्ट्रोमैग्नेट्स या स्थायी चुंबक का उपयोग किया जाता है जो वस्तु को ऊपर उठाने या संतुलित करने के लिए आवश्यक बल उत्पन्न करते हैं।

लिविटेशन: जब चुंबक एक-दूसरे के विपरीत दिशा में काम करते हैं, तो वे वस्तु को हवा में स्थिर बनाए रखते हैं। यह तकनीक आमतौर पर ट्रेनों, मोटर्स, और अन्य वाहनों में उपयोग की जाती है।

मैग्नेटिक लेविटेशन तंत्र (magnetic levitation system) उपयोग करके, ट्रेन को ट्रैक से उठाया जाता है और उसे विभिन्न मैग्नेटों द्वारा संतुलित रखा जाता है। ये मैग्नेट हाई स्पीड ट्रेन को उच्च गति में संतुलित रखती है

हाइपरलूप एक विचार है, जिसे एलोन मस्क ने 2013 में पेश किया। इसमें ट्रेनों को एक वैक्यूम ट्यूब में उच्च गति पर चलाया जाता है। अगस्त 2013 में, एलोन मस्क ( टेस्ला मोटर्स और स्पेसएक्स ) ने हाइपरलूप नामक एक क्रांतिकारी उच्च गति परिवहन प्रणाली के लिए सार्वजनिक रूप से एक डिजाइन जारी किया था, यह स्पष्ट है कि उनकी अनूठी अवधारणा ने दुनिया भर से भारी ध्यान आकर्षित किया था  

Hyperloop Train In India:

Hyperloop प्रोजेक्ट भारत में जल्द ही हकीकत होने वाला है. Hyperloop One प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है और इसके जरिए लंबी दूरी मिनटों में तय की जा सकेगी. Hyperloop सिस्टम में ट्यूब की सीरीज होती है और इसमें बिना किसी फ्रिक्शन या हवा की रुकावट के तेजी से ट्रैवल कर पाना मुमकिन है. इसमें लोगों को बैठने के लिए पॉड्स होते हैं. काफी समय से इसकी टेस्टिंग की जा रही है और भारत में भी इसे लाने का प्लान 

हालांकि अब तक कहीं भी पूरी तरह से काम करने वाला Hyperloop नहीं है, लेकिन जल्द ही आ सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक अभी काफी मुश्किलें भी हैं और ये सुनिश्चित करना भी बाकी है कि ये लोगों के लिए कितना सेफ होगा. Virgin Hyperloop को यकीन है कि ये प्रोजेक्ट शुरू किया जा सकता 


केंद्र ने ने मुंबई और पुणे के बीच Hyperloop प्रोजेक्ट के लिए हरी झंडी दे दी है. मुंबई और पुणे के बीच की दूरी करीब 200 किलोमीटर की दूरी है. Hyperloop से 200 किलोमीटर की दूरी लगभग 30 मीनट में पूरी किए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है. फिलहाल मुंबई से पुणे जाने मे करीब  3.5  घंटे का टाइम लगता हैं

Virgin Hyperloop One के सीईओ Jay Walder ने कहा है, 'इतिहास बनाया जा रहा है. ये रेस दुनिया में पहले Hyperloop One ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम के लिए है और आज किया गया ऐलान भारत को इसमें आगे करता है. ये जनता तक Hyperloop पहुंचाने के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम 

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